विज्ञान मंत्री डा. हर्षवर्धन ने स्वदेश विकसित रिमोट नियंत्रित ध्रुवीय व्हीकल राष्ट्र को समर्पित किया-(27-MAR-2015) C.A

| Friday, March 27, 2015

केन्द्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डा. हर्षवर्धन ने स्वदेश विकसित रिमोट नियंत्रित ध्रुवीय व्हीकल 25 मार्च 2015 को राष्ट्र् को समर्पित किया. इससे देश में मानसून का पूर्वानूमान लगाने की क्षमता में वृद्धि होगी.
स्व्देश विकसित रिमोट नियंत्रित ध्रुवीय व्हीकल वहां भी जा सकेगा जहां जाने में अभी मानव समर्थ नहीं है. इस रिमोट नियंत्रित व्हीकल  का विकास अंटार्कटिका में हमारे वैज्ञानिकों ने बेहद विपरीत मौसम वाले ध्रुवीय क्षेत्र में किया. इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस व्हीकल से प्राप्त परिणामों से मनुष्य को जलवायु के बारे में अपनी समझ का विकास करने और मानसून का पूर्वानुमान लगाने की क्षमता बढ़ाने में सहायता मिलेगी. 
ईएसएसओ-एनआईओटी द्वारा इस व्हीकल का विकास आत्मनिर्भरता और रिमोट नियंत्रित व्हीकल  की पश्चिमी देशों के वर्चस्व वाली परिष्कृत इंजीनियरिंग की ओर बढ़ने की  दिशा में सफल कदम है. इस ध्रुवीय व्हीकल एवं इसके और उन्नत संस्करणों  के आने के बाद हमें मानसूनी हवाओं के प्रभावों को समझने में सहायता मिलेगी. इन हवाओं पर हमारी अर्थव्यरवस्था काफी हद तक निर्भर करती है.
दक्षिण गंगोत्री (अंटार्कटिका) में वर्षों तक काम करने के बाद भारतीय वैज्ञानिक को थर्मोहेलिन परिवहन पर आधारित उत्तरी एटलांटिेक और दक्षिणी अंटार्कटिका तथा  मानसून के संबंध को समझने में मदद मिली. इस अन्तः सम्बन्ध  से न केवल महासागरीय परिवहन की दिशा निर्धारित होती है बल्कि वैश्विक मौसम को निर्मित करने में भी इसका बड़ा योगदान रहता है. इससे भविष्यै में मानसून का पूर्वानुमान लगाना और इसके पैटर्न को समझना आसान हो जायेगा.

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