चीन ने 29 जून 2016 को दूसरा शिजियन-16 सीरीज़ का उपग्रह प्रक्षेपित किया. यह उपग्रह लॉन्ग मार्च-4बी रॉकेट द्वारा जियुक्वान सेटेलाईट लॉन्च सेंटर से प्रक्षेपित किया गया.
शिजियन-16 उपग्रह अंतरिक्ष के वातावरण को मापने, विकिरण एवं उसके प्रभाव तथा प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए उपयोग किया जाएगा.
पहला शिजियन-16 उपग्रह अक्टूबर 2013 को प्रक्षेपित किया गया था.
लॉन्ग मार्च रॉकेट की यह 231वीं उड़ान थी.
शिजियन-16 उपग्रह अंतरिक्ष के वातावरण को मापने, विकिरण एवं उसके प्रभाव तथा प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए उपयोग किया जाएगा.
पहला शिजियन-16 उपग्रह अक्टूबर 2013 को प्रक्षेपित किया गया था.
लॉन्ग मार्च रॉकेट की यह 231वीं उड़ान थी.
लॉन्ग मार्च-4बी रॉकेट
• इसका उपयोग समकालिक कक्षा के मौसम उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए किया जाता है.
• पहली बार इसे मई 1999 में उपयोग किया गया. इसे शंघाई एकेडमी ऑफ़ स्पेस फ्लाइट टेक्नोलॉजी (एसएएसटी) द्वारा चांग जेंग-4 प्रणाली के आधार पर विकसित किया गया.
• यह 2800 किलोग्राम के उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने में सक्षम है.
• इस रॉकेट का वजन 2,48,470 किलोग्राम है, इसकी लम्बाई 45.58 मीटर है तथा व्यास 3.35 मीटर है.
• इसका उपयोग समकालिक कक्षा के मौसम उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए किया जाता है.
• पहली बार इसे मई 1999 में उपयोग किया गया. इसे शंघाई एकेडमी ऑफ़ स्पेस फ्लाइट टेक्नोलॉजी (एसएएसटी) द्वारा चांग जेंग-4 प्रणाली के आधार पर विकसित किया गया.
• यह 2800 किलोग्राम के उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने में सक्षम है.
• इस रॉकेट का वजन 2,48,470 किलोग्राम है, इसकी लम्बाई 45.58 मीटर है तथा व्यास 3.35 मीटर है.
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