डोविन के इस शोध को 27 जून 2016 को द जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित किया गया.
इस शोध से जिन लोगों के ऑपरेशन अथवा ट्यूमर को ठीक करने के उपायों में परेशानी आती है उनका उपचार किया जा सकेगा.
विधि का आविष्कार
• इसके अनुसार ट्यूमर में नाइट्रोबेन्ज़ालडीहाइड नामक केमिकल डाला जाता है जिससे यह टिश्यू में जाकर उसपर अपना प्रभाव डालता है.
• लेजर बीम से उपचार के दौरान टिश्यू एसिडिक हो जाते हैं लेकिन इस उपचार द्वारा टिश्यू को समाप्त होना पड़ता है.
• शोध में पाया गया कि दो घंटे में लगभग 95 प्रतिशत कैंसर सेल मर चुके थे.
इस विधि की उपयोगिता
• डोविन ने इसका प्रयोग नेगेटिव ब्रैस्ट कैंसर पर किया, कैंसर का यह रूप महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे अधिक रूप है.
• इस प्रकार के कैंसर के बारे में किसी भी तरह का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता.
• प्रयोगशाला में चूहों पर किये गये एक अध्ययन के अनुसार ट्यूमर ने बढ़ना रोक दिया जिससे चूहे के जीवित रहने की संभावना दोगुनी हो गयी.
• डोविन ने इसका प्रयोग नेगेटिव ब्रैस्ट कैंसर पर किया, कैंसर का यह रूप महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे अधिक रूप है.
• इस प्रकार के कैंसर के बारे में किसी भी तरह का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता.
• प्रयोगशाला में चूहों पर किये गये एक अध्ययन के अनुसार ट्यूमर ने बढ़ना रोक दिया जिससे चूहे के जीवित रहने की संभावना दोगुनी हो गयी.
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