केंद्र सरकार ने 29 जुलाई 2016 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के गठन की प्रणाली के अन्तर्गत पूर्व राजेन्द्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय की परिसम्पत्तियो को भी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के अन्तर्गत लाने का निर्णय लिया है.
- जिसके लिए एक असैट्स टेकिंग ओवर कमेटी गठित की गयी.
- केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह के प्रयासों से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा का गठन हुआ.
- जिसके तहत सम्पूर्ण भारत एवं बिहार राज्य का युवा वर्ग कृषि विज्ञान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है.
- इससे बिहार में कृषि उत्पादन को विशेष लाभ मिलेगा.
कमेटी के बारे में -
- 28 जुलाई 2016 को बिहार सरकार द्वारा दो प्रतिनिधियों के नाम भेजे.
- उसके बाद असैट्स टेकिंग ओवर कमेटी का गठन कर दिया गया.
- 30 जुलाई 2016 को इस कमेटी के साथ भारत सरकार के दो प्रतिनिधि पटना, बिहार जाकर हालत का जायजा लेंगे और असैट्स के समायोजन के बारे में रिपोर्ट देंगे.
डॉ. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के बारे में-
- संसद ने 18 मई 2016 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय विधेयक – 2015 को अपनी मंजूरी दी.
- समस्तीपुर में स्थित डॉ. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मई 2016 में दिया गया.
- इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा दिलवाने हेतु पिछले सात वर्ष से प्रयास किए जारी थे.
- पहले यह विधेयक राज्य सभा ने और फिर लोक सभा ने पास किया.
- यह राज्य का पहला और देश का दूसरा केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय है.
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