2016 सबसे गर्म वर्ष होगा: विश्व मौसम विज्ञान संगठन-(24-JUL-2016) C.A

| Sunday, July 24, 2016
NOAA
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने 21 जुलाई 2016 को छमाही तापमान के आकलन की घोषणा करते हुए बताया कि इस वर्ष विभिन्न रिकॉर्ड टूटे हैं. इसका अर्थ या हुआ कि 2016 अब तक का सबसे गर्म वर्ष हो सकता है.

डब्ल्यूएमओ ने जानकारी देते हुए कहा कि आर्कटिक सागर पहले की तुलना में तेज़ी से पिघल रही है जो जलवायु परिवर्तन का उदहारण है. इसके अतिरिक्त वायु में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर भी पहले की तुलना में बढ़ गया है.

डब्ल्यूएमओ द्वारा की गयी घोषणा

•    जून 2016 14वां महीना है जिसमे लगातार तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गयी. 

•    कार्बनडाइऑक्साइड ने भी 400 पार्ट्स प्रति मिलियन (पीपीएम) का नया रिकॉर्ड दर्ज किया.

•    अमेरिकी राष्ट्रीय समुद्रीय और वायुमंडलीय प्रशासन एवं नासा गोडार्ड इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज़ द्वारा जारी की गयी दो अलग रिपोर्टो में जलवायु परिवर्तन में नाटकीय बदलाव देखे गये.

•    वर्ष 2016 में छह माह का औसतन तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी के साथ दर्ज किया गया.

•    अमेरिकी राष्ट्रीय समुद्रीय और वायुमंडलीय प्रशासन (नोआ) के अनुसार जनवरी 2016 से जून 2016 के बीच अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी एवं सामुद्रिक तापमान में 1.05 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी.

•    वर्ष 2015 के अल-नीनो के कारण भी 2016 की प्रथम छमाही में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गयी.

अमेरिकी राष्ट्रीय समुद्रीय और वायुमंडलीय प्रशासन
•    वर्ष 1970 एवं 1980 से अब तक आर्कटिक क्षेत्र की 40 प्रतिशत बर्फ पिघल चुकी है.

•    जून 2016 में पहले की तुलना में बारिश भी कम दर्ज की गयी, जिसके कारण अमेरिका, स्पेन, उत्तर-पूर्वी ब्राज़ील, चिली, दक्षिणी अर्जेंटीना एवं मध्य रूस में सूखा प्रभावित क्षेत्र देखे गये.

•    कोरल सागर (ग्रेट बैरियर रीफ भी सम्मिलित) एवं तस्मान सागर में सबसे लम्बी अवधि तक ग्रीष्म ऋतु दर्ज की गयी

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