उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 9 नवम्बर 2016 को नारायण दत्त तिवारी को उत्तराखंड रत्न से सम्मानित किया. उन्हें यह सम्मान उत्तराखंड की स्थापना की 17वीं जयंती के अवसर पर प्रदान किया गया.
उत्तराखंड सरकार ने पहली बार राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंड रत्न सम्मान देने का निर्णय लिया. नारायण दत्त तिवारी समेत नौ विभूतियों को उत्तराखंड रत्न से सम्मानित किया गया.
जिसमे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, श्रीदेव सुमन, इंद्रमणि बडोनी, गौरा देवी, माता मंगला देवी, बद्रीदत्त पांडे, जयानंद भारती, और महंत घनश्याम भी शामिल है.
हालांकि इसमें कई विभूतियों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया. मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्थापना दिवस कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन के लिए 18.5 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की.
नारायण दत्त तिवारी के बारे में:
• नारायण दत्त तिवारी का जन्म 18 अक्टूबर 1925 को उत्तराखंड में हुआ था.
• वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता हैं.
• उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में एमए किया.
• वे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं.
• वे अकेले राजनेता हैं जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
• वे तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है.
• वे वर्ष 1969 से 1971 तक कांग्रेस की युवा संगठन के अध्यक्ष रहे.
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