सीआरपीएफ ने पहली बार माओवादी विरोधी अभियानों के लिए महिला कमांडों तैनात किए-(19-NOV-2016) C.A

| Saturday, November 19, 2016
पहली बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों में 135 महिला कमांडो की टीम को तैनात किया है.
ये सभी 135 महिला कमांडो 232 बटालियन की डेल्टा कंपनी की हैं. वर्तमान में, ये सभी रांची के बाहरी इलाके खुंटी के पास सीआरपीएफ की 133 बटालियन के मार्गदर्शन में काम कर रही हैं.
विशेषताएं:
•    135 महिला कमांडो पुरुष कमांडोज के जैसे ही नक्सलियों को खत्म करने में सक्षम होंगी.
•    ये कमांडो सभी प्रकार के माओवादी विरोधी अभियानों के संचालन में विशेषज्ञ होंगी और महिला नक्सलियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
•    इन्हें कई केस स्टडीज में प्रशिक्षित किया गया है और ये अपना अभियान बिल्कुल सटीकता से चलाती हैं.
•    साथ ही ये आधुनिक हथियारों और सॉफ्टवेयर से लैस हैं जो इन्हें इनकी योजना को क्रियान्वित करने में मदद करेंगे.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के बारे में:
•    केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल भारत की सबसे बड़ी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है.
•    यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करती है.
•    इसका मुख्य काम कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने और जवाबी कार्रवाई में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस अभियानों में सहायता करना है.
•     27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रजेंटेटिव्स पुलिस के रूप में इसकी स्थापना की गई थी.
•    भारत की स्वतंत्रता के बाद 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम लागू होने के बाद यह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बना.  
•    235 बटालियनों और अन्य संस्थानों के साथ इसे देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल माना जाता है. इसकी स्वीकृत क्षमता 308862 कर्मियों की है.

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