क्यूबा के क्रांतिकारी नेता और पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो का 26 नवम्बर 2016 को निधन हो गया. वे 90 साल के थे. आधी शताब्दी तक क्यूबा पर राज करने वाले फिदेल कास्त्रो को सबसे बड़े कम्युनिस्ट नेताओं में शामिल किया जाता था. शीतयुद्ध के दौरान सोवियत सेना को अमेरिका के खिलाफ अपनी सीमा में मिसाइल तैनात करने की मंजूरी देकर फिदेल कास्त्रो विश्व भर में चर्चा का विषय बन गए थे. फिदेल कास्त्रो विश्व के तीसरे ऐसे नेता थे, जिन्होंने किसी देश पर लंबे समय तक राज किया हो.
फिदेल कास्त्रो के बारे में:
• फिदेल कास्त्रो का जन्म 13 अगस्त 1926 को क्यूबा में हुआ था.
• कास्त्रो वर्ष 1959 से वर्ष 2008 तक सत्ता में रहे थे.
• फिदेल कास्त्रो क्यूबा क्रांति के प्रमुख नेता माने जाते हैं.
• फिदेल वर्ष 1959 से दिसंबर 1976 तक क्यूबा के प्रधानमंत्री रहे थे.
• वे वर्ष 1976 से फरवरी 2008 तक क्यूबा के राष्ट्रपति रहे.
• उन्होंने वर्ष 2006 में ही अपने भाई को सत्ता हस्तांतरण कर दिया था.
• फिदेल कास्त्रो क्यूबा की क्रांति के जरिए ही फुल्गेंकियो बतिस्ता की तानाशाही को उखाड़ फेंक सत्ता में आए थे.
• वर्ष 1959 से वर्ष 2008 तक क्यूबा की सत्ता पर काबिज रहे फिदेल कास्त्रो को लेकर कहा जाता है कि अमेरिका ने उन्हें 638 बार मारने की कोशिश की थी.
• कास्त्रो ने संयुक्त राष्ट्र में सबसे लंबा भाषण देने का गिनेस रेकॉर्ड दर्ज किया. उन्होंने 29 सितंबर 1960 को संयुक्त राष्ट्र में 4 घंटे 29 मिनट का भाषण दिया था.
• उन्होंने क्यूबा में वर्ष 1986 में 7 घंटे 10 मिनट का भाषण दिया था.
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