केंद्र सरकार की तरफ से हिमाचल प्रदेश को निमोनिया टीके के लिए अनुमति मिली-(10-NOV-2016) C.A

| Thursday, November 10, 2016
केंद्र सरकार ने 8 नवम्बर 2016 को यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम के तहत न्यूमोकोकल वैक्सीन संयुग्मी (पीसीवी) की शुरूआत को मंजूरी दी.
हिमाचल प्रदेश में पूर्ण टीकाकरण के विस्तार को बढाते हुए बाल मृत्यु दर को कम करने की दिशा में एक अहम कदम हैं. हिमाचल प्रदेश भी चार अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान के साथ शामिल है. जहाँ वर्ष 2017 से एक सुनियोजित तरीके से निमोनिया टीके को उपलब्ध कराया जाएगा.
यह राज्य को डायरिया वैक्सीन और निमोनिया वैक्सीन के कुल मिलाकर बाल मृत्यु दर तथा राज्य में रुग्णता कमी हस्तक्षेप के संयुक्त प्रभाव को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस वर्ष कुछ समय पहले देश के चार राज्यों में डायरिया से निपटने के लिए डायरिया वैक्सीन का उपयोग किया था. उन चार राज्यों के नाम आंध्र प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा हैं.
निमोनिया क्या है?
निमोनिया एक प्रकार का संक्रमण है. हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच जाता है. कई बार फंफूद की वजह से भी फेफड़े संक्रमित हो जाता है. सर्दी, हाई फीवर, कफ, कंपकपी, शरीर में दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द निमोनिया के लक्षण हैं.
निमोनिया टीके से फायेदे:
निमोनिया टीके लेने से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होगा तथा यह गंभीर बीमारियों से बचाता है. यह अस्पताल में भर्ती तथा डायरिया और निमोनिया से जुड़े अन्य लक्षणों जैसे कुपोषण एवं बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में देरी जैसे मामलों में भी कमी आएगी. अस्पताल में भर्ती के मामले घट जाने से परिवार पर आर्थिक बोझ घट जाता है और इसके साथ ही देश पर भी स्वाेस्य्जा  लागत का कम बोझ पड़ता है.

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