47वां आईएफएफआई बार्को प्रोजेक्शन तकनीक का प्रयोग करने वाला पहला फिल्म महोत्सव बना-(25-NOV-2016) C.A

| Friday, November 25, 2016
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 47वां संस्करण में पहली बार बार्को लेजर प्रोजेक्शन तकनीक (Barco’s Laser Projection Technology) का इस्तेमाल हुआ.
बार्को लेजर प्रोजेक्शन तकनीक का उद्देश्य दर्शकों को बेहतर छवि गुणवत्ता प्रदान है. 47वें आईएफएफआई में सभी फिल्मों का प्रदर्शन इसी तकनीक के माध्यम से किया जा रहा है.

आईएफएफआई इस सफलतम तकनीक का चलन शुरू करने वाला भारत में पहला फिल्म महोत्सव बन गया. आईएफएफआई देशभर में फिल्म समारोह के लिए मानकों की स्थापना करता है.

बार्को लेजर प्रोजेक्शन तकनीक के बारे में-
  • बार्को का लेजर फॉस्फॉर डिजिटल प्रोजेक्टर (DP2K-20CLP) लागत बचत और देखने का बेहतर अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ कई अन्य फायदे प्रदान करता है.
  • यह प्रोजेक्टर परिचालित करने में भी काफी सरल है.
  • यह तेजी से धीमा होने वाले, नियमित रूप से दीपक आधारित प्रकाश स्रोत (Regular Lamp based light source) के स्थान पर DP2K-20CLP नीली लेज़र तकनीक के साथ कार्य करता है.
  • इसमें फॉस्फॉर पहिए के माध्यम से रंगों की रचना एवं सृजन किया जाता है.
  • बार्को की भारतीय शाखा आईएफएफआई के साथ तकनीक सहयोग के तौर पर काम करने को लेकर काफी उत्साहित है.
  • यह अवसर बार्को को नई तकनीक के प्रदर्शन में सक्षम बनाने के साथ-साथ सर्वोत्तम दृश्य प्रदर्शन की पेशकश करेगा.
  • आईएफएफआई 2016 में इस्तेमाल किए जा रहे इस मॉडल के जरिए स्क्रीनिंग सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली है और उसकी छवि गुणवत्ता भी अत्यंत स्पष्ट है.
  • यह लेजर फॉस्फॉर प्रोजेक्टर 2048x1080 पिक्सल का रेज़ोल्युशन प्रदान करता है और किसी भी 3डी उपकरण के साथ संचालित हो सकता है. DP2K-20CLP की अनूठी शीतलन प्रणाली और 50 फीसदी बिजली पर 30,000 घंटे तक आजीवन कार्य करने की इसकी क्षमता इस प्रोजेक्टर को लागत के नज़रिए से भी किफायती बनाता है.

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