भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास शुरू हो गया. यह अभ्यास सिम्बैरक्स -16 के एक अंग के तौर पर सिंगापुर नौसेना का युद्धपोत आरएसएस दुर्जेय पूर्वी नौसेना कमान की पांच दिवसीय यात्रा पर 30 अक्टूबर 2016 को विशाखापत्तनम पहुंचा.
आरएसएस दुर्जेय छह बहु-भूमिका वाली गोपनीय फ्रिगेट में प्रथम है और यह चांगी स्थित 185 स्क्वाड्रन का भी एक हिस्सा है.
इस अवधि के दौरान, 185 स्क्वाड्रन, आरएसएन के कमांडिंग ऑफिसर, कर्नल एरोन बेंग के नेतृत्व में एक वरिष्ठ सिंगापुर नौसेना प्रतिनिधिमंडल भी दौरे पर है.
सिंगापुर तथा भारत के बीच प्रथम द्वीपक्षीय सहयोग वर्ष 1994 में भारतीय नौसेना के साथ आरएसएन के प्रशिक्षण से प्रारंभ हुआ था.
वर्ष 2016 में सिम्बैरक्स -16 का आयोजन बंगाल की खाड़ी में किया जा रहा है. यह इस श्रृंखला का 23वां अभ्यास है तथा इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए समान समझबूझ और प्रक्रियाओं के साथ-साथ आरएसएन और आईएन के बीच परस्पर कार्यक्षमता को बढ़ावा देना है. इस अभ्यास में 31 अक्टूबर से 02 नवम्बर के बीच हार्बर चरण के दौरान व्यापक स्तर पर पेशेवर वार्ताएं भी शामिल हैं. इस वर्ष समुद्र में अभ्यास के अंतर्गत पनडुब्बी रोधी युद्ध, उप-सतह बलों और वायु, वायु रक्षा और भूतल एकीकृत संचालन सतह और जमीन पर मुठभेड़ों के अभ्यास इसमें शामिल हैं.
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