पेट्रोफेड (हाइड्रोकार्बन क्षेत्र की कंपनियों की शीर्ष संस्था) ने जलवायु परिवर्तन जोखिम तेल और गैस क्षेत्र की तैयारी विषय पर अध्ययन हेतु टेरी (टीईआरआई) के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.
समझौते के लाभ-
समझौते के लाभ-
- अध्ययन से नीति तथा हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में व्यवहार के बीच खोई हुई कड़ी की जानकारी मिलेगी.
- सीओपी 21 भी जल्द ही प्रभावी होगा और देश के लिए ग्रीन हाउस गैसों के प्रभाव तथा उन्हें नियंत्रित करने के तरीकों की जानकारी प्राप्त होगी.
- केंद्र सरकार देश में गैस, नवीकरणीय ऊर्जा तथा जैव ऊर्जा की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु कार्य कर रही है.
- इस अध्ययन से तेल और गैस क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन के खतरों का व्यापक विश्लेषण प्राप्त होगा और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने का मार्ग प्रशस्त होगा.
- जीडीपी की उत्सर्जन तीव्रता 2005 के स्तर से 2030 तक 33 – 35 प्रतिशत नीचे लाने के भारत के आईएनडीसी हासिल करने में तेल और गैस क्षेत्र के लिए उचित उपाय सुझाएगा.
- जलवायु परिवर्तन नीति उपायों के परिणामस्वरूप विश्व बाजार और टेक्नोलॉजीकल विकल्पों में बदलाव आएगा और कैसे 1.5 डिग्री तथा 2 डिग्री ग्लोबल वार्मिंग अवसंरचना तथा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में संचालन को प्रभावित करेगा.
- भारत के ऊर्जा बास्केट में गैस की हिस्सेदारी 6.5 से 7 प्रतिशत है जबकि विश्व औसत 24 प्रतिशत है.
- भारत अगले 3 से 5 वर्षों में ऊर्जा बास्केट में 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी चाहता है ताकि भारत गैस आधारित अर्थव्यवस्था बन सके.
पेट्रोफेड के बारे में -
पेट्रोलियम फेडरेशन ऑफ़ इण्डिया हाइड्रोकार्बन क्षेत्र की संस्थाओं की एक शीर्ष संस्था है. यह सरकार और नियामक अधिकारियों के साथ एक उद्योग इंटरफेस के रूप में कार्य करता है.
यह मुद्दों और नीतियों और नियमों के विकास के संकल्प में मदद करता है. यह सरकारी निकायों, समितियों और कार्य बलों पर उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है और विभिन्न मुद्दों पर उद्योग की ओर से सरकार के समक्ष सिफारिशें प्रस्तुत करता है.
टेरी के बारे में-
टेरी एक स्वतंत्र, गैरलाभ कारी ऊर्जा अनुसंधान संस्थान है. पूर्व में इसे टाटा ऊर्जा अनुसंधान संस्थान के नाम से जाना जाता था. इसकी स्थापना वर्ष 1974 में की गयी.
नई दिल्ली स्थिटी यह शोध संस्थान ऊर्जा, पर्यावरण और टिकाऊ विकास के क्षेत्रों में अनुसंधान गतिविधियों पर केंद्रित है.
पेट्रोलियम फेडरेशन ऑफ़ इण्डिया हाइड्रोकार्बन क्षेत्र की संस्थाओं की एक शीर्ष संस्था है. यह सरकार और नियामक अधिकारियों के साथ एक उद्योग इंटरफेस के रूप में कार्य करता है.
यह मुद्दों और नीतियों और नियमों के विकास के संकल्प में मदद करता है. यह सरकारी निकायों, समितियों और कार्य बलों पर उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है और विभिन्न मुद्दों पर उद्योग की ओर से सरकार के समक्ष सिफारिशें प्रस्तुत करता है.
टेरी के बारे में-
टेरी एक स्वतंत्र, गैरलाभ कारी ऊर्जा अनुसंधान संस्थान है. पूर्व में इसे टाटा ऊर्जा अनुसंधान संस्थान के नाम से जाना जाता था. इसकी स्थापना वर्ष 1974 में की गयी.
नई दिल्ली स्थिटी यह शोध संस्थान ऊर्जा, पर्यावरण और टिकाऊ विकास के क्षेत्रों में अनुसंधान गतिविधियों पर केंद्रित है.
0 comments:
Post a Comment