केंद्र सरकार जनजातीय बहुल क्षेत्रों में अत्याधुनिक केन्द्रों का शुभारम्भ करेगी. इन केन्द्रों का उद्देश्य जनजातियों के विकास को गति देना है. यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. इन केन्द्रों की संख्या 100 से अधिक होगी.
उन्होंने नीति निर्माताओं को निर्देशित किया कि वह उनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाकर नीतियां तैयार करे. मोदी ने नई दिल्ली में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का शुभारंभ भी किया. महोत्सव में देश भर से आदिवासी समुदायों के लाग मौजूद थे.
अत्याधुनिक केन्द्रों के बारे में-
- सरकार जनजाति बहुल इलाकों में 50 से 100 गांवों के बीच 100 से अधिक विकास केंद्र खोलगी.
- केंद्र सरकार का लक्ष्य जनजाति बहुल इलाकों में शहरी-ग्रामीण क्षेत्रों का जाल बिछाना है.
- इन अत्याधुनिक विकास केन्द्रों में शिक्षा और अस्पताल जैसी सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी.
- इससे सरकारी कर्मियों सहित शहरों में रहने वाले लोग भी वहां जाकर काम कर सकते हैं.
- केंद्र सरकार ने यह घोषणा जमीनी स्तर पर जनजातियों के कल्याण की योजनाओं का फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से की है.
- जनजातियों के कल्याण हेतु नीति निर्माता जनजातियों के बीच जाकर उनकी जरूरतों और प्राथमिकताओं को समझकर उसी के अनुरूप योजनाएं तैयार करेंगे.
- वन बंधु कल्याण योजना के तहत जनजातीय समुदाय के लोगों को वरीयता दी जा रही है.
- सरकार का लक्ष्य इन योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समुदाय के जीवन स्तर को प्रोन्नत करना है.
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