चीन ने मानवयुक्त सबसे लंबे अंतरिक्ष अभियान का प्रक्षेपण किया-(19-OCT-2016) C.A

| Wednesday, October 19, 2016
चीन ने अब तक के सबसे लंबे मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान का प्रक्षेपण किया. इस अंतरिक्ष अभियान में चीन ने दो यात्रियों को अंतरिक्ष यान के साथ भेजा है. अभियान के सफल प्रक्षेपण बाद यह यान पृथ्वी की परिक्रमा कर रही चीन की प्रायोगिक अंतरिक्ष प्रयोगशाला में मिलेगा.
यह किसी चीनी अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे लंबा अंतरिक्ष प्रवास होगा. अभियान का उद्देश्य चंद्रमा और मंगल के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की संभावना का पता लगाना है. अमरीका और रूस के बाद चीन अपने ही अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने वाला तीसरा देश बन गया है.

इस प्रक्षेपण के साथ ही चीन अंतरिक्ष में स्थायी स्टेशन स्थापित करने के अपने लक्ष्य के निकट पहुंच गया. चीन ने वर्ष 2022 तक अंतरिक्ष में स्थायी स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
  • ‘शेनझोउ-11’ अंतरिक्ष यान में सवार चीन के अंतरिक्ष यात्रियों 50 वर्षीय जिंग हाइपेंग और 37 वर्षीय चेन दोंग ने चीन में गोबी रेगिस्तान के पास जियुक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से स्थानीय समयानुसार साढ़े सात बजे (भारतीय समयानुसार सुबह पांच बजे) अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी.
  • प्रक्षेपण के बाद ‘लॉन्ग मार्च-2 एफ’ वाहक रॉकेट शेनझोउ 11 को कक्षा में लेकर गया.
  • चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय की उपनिदेशक वु पिंग के अनुसार यह यान दो दिन में पृथ्वी की परिक्रमा कर रही तियानगोंग-2 अंतरिक्ष प्रयोगशाला से मिल जायेगा और दोनों अंतरिक्ष यात्री 30 दिन तक प्रयोगशाला में ही रहेंगे.
अंतरिक्ष अभियान के बारे में-
  • चीन ने अपना पहला मानवयुक्त अभियान (मैंड स्पेस मिशन) 2003 में शुरू किया.
  • 50 वर्षीय जिंग हाइपेंग की यह तीसरी अंतरिक्ष उड़ान है.
  • चेन पहली बार अंतरिक्ष अभियान पर गए हैं.
  • इससे पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री कभी इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में नहीं रुके.
  • इस अभियान के दौरान दोनों अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष यान संबंधी तकनीकों का परीक्षण करेंगे और वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग प्रयोग करेंगे.
  • चीन की सरकारी संवाद समिति शिंहुआ के अनुसार प्रक्षेपण के करीब 19 मिनट बाद चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के कमांडर इन चीफ झांग यूशिया ने इस अभियान को सफल करार दिया.
पृष्ठभूमि-
  • सितंबर में चीनी रॉकेट अंतरिक्ष स्टेशन के साथ उपग्रह में भेजा गया था.
  • क़रीब तीन साल पहले चीन का रोवर मिशन, जेड रैबिट रोबोट चांद की सतह पर पहुंचने में क़ामयाब रहा था.
2025 तक चीन का लक्ष्य-
  • चीन वर्ष 2025 तक चंद्रमा पर इंसान भेजना चाहता है.
  • चीन ने अपने स्पेस मिशन पर पिछले करीब 10 साल में अरबों डॉलर खर्च किए हैं.
  • वह अमेरिका, रूस, भारत और जापान से इस मामले में मुकाबला कर रहा है.
  • चीन 2025 तक चंद्रमा पर इंसान को पहुंचाना चाहता है। साथ ही मार्स पर अनमैन्ड व्हीकल उतारना चाहता है.
100 स्पेस फूड लेंगे एस्ट्रोनॉट-
  • मिशन के दौरान कई तरह की टेक्नोलॉजी पर एक्सपेरिमेंट्स किए जाएंगे.
  • एस्ट्रोनॉट बाइसिकिल पर एक्सरसाइज करेंगे. ब्रॉड बैंड लिंक करेंगे, इस दौरान वे 100 से ज्यादा किस्म के स्पेस फूड भी खाएंगे.

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