भारत और अमेरिका के मध्य 10वीं व्यापार नीति मंच (टीपीएफ) बैठक 19 अक्टूबर 2016 को नई दिल्ली में आयोजित की गयी. इसमें अमेरिकी शिष्टमंडल का नेतृत्व अमेरिका के व्यापार राजदूत प्रतिनिधि माइकल फ्रोमेन द्वारा किया गया.
इसमें दोनों देशों की व्यापार संबंधी समस्याओं को हल करने और इसे आगे बढ़ाने पर बातचीत की गयी. भारत और अमेरिका ने संयुक्त रूप से कृषि, सेवाओं, विनिर्माण तथा बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने की संयुक्त कार्ययोजना पर सहमति व्यक्त की. इससे पहले नौंवीं बैठक अक्टूबर 2015 में वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में आयोजित की गई थी.
इसमें दोनों देशों की व्यापार संबंधी समस्याओं को हल करने और इसे आगे बढ़ाने पर बातचीत की गयी. भारत और अमेरिका ने संयुक्त रूप से कृषि, सेवाओं, विनिर्माण तथा बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने की संयुक्त कार्ययोजना पर सहमति व्यक्त की. इससे पहले नौंवीं बैठक अक्टूबर 2015 में वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में आयोजित की गई थी.
बैठक की विशेषताएं
• तकनीकी स्तर के मुद्दों को लेकर दोनों देशों में बातचीत हुई जिसमें कृषि, सेवाओं और माल, बौद्धिक संपदा तथा विनिर्माण को लेकर भी चर्चा की गयी.
• इसमें दोनों देशों के सचिव स्तर की बातचीत की गयी.
• अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत माइकल फ्रोमेन के नेतृत्व में अमेरिकी दल और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच बातचीत हुई.
• दोनों पक्षों ने निर्धारित विकास योजनाओं के कार्यों की समीक्षा की.
समीक्षा
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वाणिज्य संबंधों में तेजी से वृद्धि हो रही है जिसका परिणाम है कि दोनों देशों के बीच 2015-16 में माल और सेवाओं के क्षेत्र में 109 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ. दोनों देशों में मध्य यह अभी तक का सर्वोच्च प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है.
• तकनीकी स्तर के मुद्दों को लेकर दोनों देशों में बातचीत हुई जिसमें कृषि, सेवाओं और माल, बौद्धिक संपदा तथा विनिर्माण को लेकर भी चर्चा की गयी.
• इसमें दोनों देशों के सचिव स्तर की बातचीत की गयी.
• अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत माइकल फ्रोमेन के नेतृत्व में अमेरिकी दल और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच बातचीत हुई.
• दोनों पक्षों ने निर्धारित विकास योजनाओं के कार्यों की समीक्षा की.
समीक्षा
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वाणिज्य संबंधों में तेजी से वृद्धि हो रही है जिसका परिणाम है कि दोनों देशों के बीच 2015-16 में माल और सेवाओं के क्षेत्र में 109 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ. दोनों देशों में मध्य यह अभी तक का सर्वोच्च प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है.
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