प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्व ज्ञान संगम में कर प्रशासकों के लिए पंच–सूत्री चार्टर–RAPID का सिद्धांत दिया-(22-JUNE-2016) C.A

| Wednesday, June 22, 2016
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जून 2016 को प्रत्यक्ष कर के शुद्ध आधार में सुधार और विस्तार के लिए  कर प्रशासकों के लिए पंच–सूत्री चार्टर-RAPID का सिद्धांत दिया. उन्होंने इसकी घोषणा नई दिल्ली में राजस्व ज्ञान संगम के उद्घाटन पर की. 

प्रधानमंत्री ने RAPID की व्याख्या इस प्रकार की– 
आर ( R) – राजस्व (Revenue ) 
ए (A)– जवाबदेही (Accountability)  
पी (P)–  सत्यनिष्ठा (Probity)  
आई ( I)– सूचना (Information)   
डी (D)– डिजिटलीकरण (Digitization) 

RAPID की मुख्य विशेषताएं

• यह डिजिटलीकरण, स्वैच्छिक कर अनुपालन, करदाताओं के लिए सुविधा, कर आधार को बढ़ाना, कर प्रशासकों के लिए डिजिटल और भौतिक संरचना का उन्नयन आदि से सम्बंधित है.
• यह भारत के पुराने और निरर्थक राजस्व प्रशासन में सुधार लाना चाहता है.
• यह कर दाताओँ के लिए कर प्रणाली को सुलभ और आसान बनाता है. इसके अलावा यह बकाएदारों की मुश्किलें बढ़ा देता है.
• नागरिकों के बीच भूमि कानून के लिए सम्मान बढ़ाने हेतु राजस्व क्षेत्र में आर्थिक सुधार की आवश्यकता पर भी गौर किया गया है. 

राजस्व ज्ञान संगम 

• यह पहली बार है जब दो राजस्व बोर्ड-केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) मिलकर सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं.
• यह एक राष्ट्रीय सम्मेलन है जो पिछले वर्ष के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद करेगा और इसमें बिना किसी पदानुक्रम बाधाओं के उभरते हुए मुद्दे पर विचार–विमर्श किया जाएगा.
• सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कर प्रशासकों की प्रणाली में विश्वास पैदा करने की जरुरत और कर प्रणाली में बदलाव लाने के लिए नेतृत्व क्षमता के प्रदर्शन पर जोर दिया.
• उन्होंने अधिकारियों से ज्ञान संगम को कर्म संगम में बदलने का भी अनुरोध किया ताकि इस सम्मेलन में सामने आने वाले विचारों पर ठोस कार्रवाई की जा सके.

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