भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा 18 जून 2016 को पहली बार तीन महिला पायलटों को शामिल किया गया. इन पायलटों को हैदराबाद के पास डुंडीगल में वायु सेना अकादमी के में संयुक्त स्नातक परेड में शामिल किया गया.
इसके साथ ही, भारत भी उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया जिनकी वायु सेना में महिला पायलट शामिल हैं. यह तीन महिला पायलट हैं –
• फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी
• फ्लाइंग ऑफिसर भावना कांत
• फ्लाइंग ऑफिसर मोहना सिंह
वे कर्नाटक स्थित बीदर में तीसरे चरण की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 2017 से सुखोई जैसे लड़ाकू विमान उड़ाएंगी.
इसके साथ ही, भारत भी उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया जिनकी वायु सेना में महिला पायलट शामिल हैं. यह तीन महिला पायलट हैं –
• फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी
• फ्लाइंग ऑफिसर भावना कांत
• फ्लाइंग ऑफिसर मोहना सिंह
वे कर्नाटक स्थित बीदर में तीसरे चरण की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 2017 से सुखोई जैसे लड़ाकू विमान उड़ाएंगी.
पृष्ठभूमि
• अक्टूबर 2015 में रक्षा मंत्रालय ने प्रायोगिक आधार पर पांच वर्ष के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लड़ाकू धारा में महिलाओं को शामिल किये जाने को मंजूरी दी.
• वर्तमान में लगभग 1500 महिलाएं भारतीय वायु सेना में शामिल हैं, जिनमें 90 पायलट एवं 15 नेविगेटर हैं.
• भारतीय वायुसेना में महिलाएं यांत्रिकी, विद्युत्, एकाउंट्स, भारतीय वायुसेना प्रशासन, रसद, मौसम विज्ञान, नेविगेशन, शिक्षा, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्षेत्रों में शामिल हैं.
• इससे पहले वायु सेना ने लड़ाकू क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें शामिल नहीं किया था.
• अक्टूबर 2015 में रक्षा मंत्रालय ने प्रायोगिक आधार पर पांच वर्ष के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लड़ाकू धारा में महिलाओं को शामिल किये जाने को मंजूरी दी.
• वर्तमान में लगभग 1500 महिलाएं भारतीय वायु सेना में शामिल हैं, जिनमें 90 पायलट एवं 15 नेविगेटर हैं.
• भारतीय वायुसेना में महिलाएं यांत्रिकी, विद्युत्, एकाउंट्स, भारतीय वायुसेना प्रशासन, रसद, मौसम विज्ञान, नेविगेशन, शिक्षा, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्षेत्रों में शामिल हैं.
• इससे पहले वायु सेना ने लड़ाकू क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें शामिल नहीं किया था.
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