गुडनी जोहेनसन ने 26 जून 2016 को आइसलैंड का राष्ट्रपति चुनाव जीता. इतिहास के प्रोफेसर जोहेनसन ने चुनाव में 39.1 प्रतिशत वोटों से जीत दर्ज की.
वे 20 वर्ष से पद पर मौजूद ओलाफुर रैग्नर ग्रिमसन का स्थान लेंगे.
गौरतलब है कि यह चुनाव अप्रैल 2016 में हुए पनामा पेपर्स लीक के बाद आयोजित किये गये जिसमें देश के विभिन्न अधिकारियों को दोषी ठहराया गया.
जोहेनसन राजनीति में ज्यादा अनुभवी नहीं हैं लेकिन उनके द्वारा चलाये गये चुनाव अभियान के कारण उन्हें जीत प्राप्त हुई.
हाला टॉमसदोतिर 27.9 प्रतिशत वोटों के साथ दुसरे स्थान पर रहीं. जबकि पूर्व कंजरवेटिव प्रधानमंत्री डेविड ओडेसन 13 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
वे 20 वर्ष से पद पर मौजूद ओलाफुर रैग्नर ग्रिमसन का स्थान लेंगे.
गौरतलब है कि यह चुनाव अप्रैल 2016 में हुए पनामा पेपर्स लीक के बाद आयोजित किये गये जिसमें देश के विभिन्न अधिकारियों को दोषी ठहराया गया.
जोहेनसन राजनीति में ज्यादा अनुभवी नहीं हैं लेकिन उनके द्वारा चलाये गये चुनाव अभियान के कारण उन्हें जीत प्राप्त हुई.
हाला टॉमसदोतिर 27.9 प्रतिशत वोटों के साथ दुसरे स्थान पर रहीं. जबकि पूर्व कंजरवेटिव प्रधानमंत्री डेविड ओडेसन 13 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
आइसलैंड के राष्ट्रपति
राष्ट्रपति राज्य द्वारा निर्वाचित राष्ट्राध्यक्ष होता है. यहां राष्ट्रपति को चार वर्ष के समयकाल हेतु चुना जाता है. संविधान द्वारा राष्ट्रपति के बार-बार निर्वाचित किये जाने की अवधि को सीमित नहीं किया गया.
राष्ट्रपति संविधान के रक्षक एवं राष्ट्रीय एकता तथा अखंडता बनाये रखने के लिए कार्य करता है. आइसलैंड के 1944 में गणराज्य बनने से अब तक वहां पांच राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं.
राष्ट्रपति राज्य द्वारा निर्वाचित राष्ट्राध्यक्ष होता है. यहां राष्ट्रपति को चार वर्ष के समयकाल हेतु चुना जाता है. संविधान द्वारा राष्ट्रपति के बार-बार निर्वाचित किये जाने की अवधि को सीमित नहीं किया गया.
राष्ट्रपति संविधान के रक्षक एवं राष्ट्रीय एकता तथा अखंडता बनाये रखने के लिए कार्य करता है. आइसलैंड के 1944 में गणराज्य बनने से अब तक वहां पांच राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं.
0 comments:
Post a Comment