केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 16 जून 2016 को विद्यांजलि मोबाइल एप्प की शुरुआत की. सरकारी स्कूलों में स्वयंसेवा करने की इच्छा रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस एप्प का इस्तेमाल कर अपना पंजीकरण करा सकता है.
विद्यांजलि पहल केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पढ़े भारत बढ़े भारत के तहत जारी प्रयासों में से एक है.
विद्यांजलि योजना की मुख्य बातें
• मानव संसाधन विकास मंत्री ने 21 राज्यों के 2200 स्कूलों में विद्यांजलि को प्रायोगिक चरण में शुरु किया.
• MyGov वेबसाइट या app@mygovindia पर लॉगइन कर स्वयंसेवक आसानी से विद्यांजलि के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.
• हालांकि, स्वयंसेवक, शिक्षकों के कार्य का पूरक नहीं हो सकते क्योंकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम इस प्रकार के शिक्षण की अनुमति नहीं देता.
विद्यांजलि पहल केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पढ़े भारत बढ़े भारत के तहत जारी प्रयासों में से एक है.
विद्यांजलि योजना की मुख्य बातें
• मानव संसाधन विकास मंत्री ने 21 राज्यों के 2200 स्कूलों में विद्यांजलि को प्रायोगिक चरण में शुरु किया.
• MyGov वेबसाइट या app@mygovindia पर लॉगइन कर स्वयंसेवक आसानी से विद्यांजलि के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.
• हालांकि, स्वयंसेवक, शिक्षकों के कार्य का पूरक नहीं हो सकते क्योंकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम इस प्रकार के शिक्षण की अनुमति नहीं देता.
• इसमें सिर्फ गैर–शैक्षणिक गतिविधियों जैसे पढ़ना या थिएटर, में मदद करने की अनुमति दी जाएगी.
• यह भारत के दौरे पर आने वाले अनिवासी भारतीयों को सरकारी स्कूल की शिक्षा में मदद करने का भी अवसर देगा.
• इसे इन स्कूलों द्वारा समानांतर पहलों से कैसे लाभ उठाया जाए, बताना उद्देश्य नहीं है, बल्कि सिर्फ यह उम्मीद की जाती है कि स्वयंसेवकों के पठन सत्रों से कुछ परिवर्तन होगा.
पृष्ठभूमि
सरकारी स्कूल, जहां बड़ी संख्या में गरीब और वंचित बच्चे पढ़ने जाते हैं, गुणवत्ता के मामले में अक्सर पीछे रह जाते हैं. कई अध्ययनों में भारत में बच्चों के बीच सीखने के स्तर में समस्याओं की तरफ इशारा किया गया है.
स्वंयसेवी संगठन प्रथम के शिक्षा रिपोर्ट 2015 की वार्षिक स्थिति के अनुसार कक्षा 5 में पढ़ने वाले आधे से भी कम बच्चे कक्षा 2 के लिए लिखे गए पाठ को धाराप्रवाह बोलने में सक्षम थे.
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