केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खेल संघों की सहायता योजना में संशोधन की 27 अक्टूबर 2015 को घोषणा की. युवा मामले और खेल राज्यं मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सर्बानंद सोनोवाल ने गुवाहाटी में इसकी घोषणा की.
भारतीय खिलाडि़यों की रियो ओलम्पिक-2016 के लिए तैयारियों को गति प्रदान करने और देश की पदक उम्मी दों को बढ़ाने के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय ने राष्ट्री य खेल संघों के लिए सहायता योजना के तहत विभिन्ऩ वित्तीमय मानदंडों को संशोधित किया. संशोधित मानदंडों के अनुसार राष्ट्रीेय चैम्पियनशिप धारण करने पर वरिष्ठा खिलाडि़यों, जूनियर और सब-जूनियर खिलाडि़यों को मिलने वाली 2 लाख रूपये की राशि, वरिष्ठों के लिए 5 लाख रूपये, जूनियरों के लिए 7 लाख रूपये और सब-जूनियरों के लिए 10 लाख रूपये कर दी गई है, जिससे युवा खेल प्रतिभा को तलाशने में मदद मिलेगी.
इसके साथ ही परम्पनरागत प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आयोजनों हेतु 5 लाख तक की सहायता का नया प्रावधान किया गया है. ऐसी प्रतियोगिताओं की पहचान विशेषज्ञों की एक समिति करेगी. भारत में प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए 25 लाख रूपये की सहायता मिलेगी. यह भी निर्णय लिया गया है कि वरिष्ठआ खिलाडि़यों और प्रशिक्षकों को 500 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लॉएस से करने की अनुमति होगी. इसी तरह जूनियर खिलाड़ी भी 1200 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लॉ स से कर सकेंगे. सब-जूनियर खिलाडि़यों को भी एसी-3 टायर से यात्रा करने की अनुमति होगी. इससे खिलाडि़यों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सुविधा रहेगी और थकान महसूस नहीं होगी.
उपरोक्त के साथ ही पूर्वोत्तखर क्षेत्र में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों और प्रतियोगिताओं के लिए भी हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी. इसी प्रकार पूर्वोत्तिर क्षेत्र के खिलाडि़यों को भी अपने निवास स्थाहन/प्रशिक्षण शिविर से कोलकाता आने जाने के लिए हवाई यात्रा करने की अनुमति होगी. 5 लाख रूपये की चिकित्सा बीमा पॉलिसी और 25 लाख की व्योक्तिगत दुघर्टना पॉलिसी भी खिलाडि़यों को उपलब्धस कराई जाएगी. साथ ही साथ भारत में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्री य आयोजनों के लिए वित्तीजय सहायता की राशि 10 लाख से बढ़ाकर 30 लाख रूपये प्रति/प्रतियोगिता कर दी गई है. इस सहायता का उपयोग ठहरने, खाने, यातायात, खेल मैदानों के किराये, उपकरणों की लागत, प्रमाणपत्रों, पुरस्कातरों, पुरस्कावर राशि के लिए किया जा सकेगा.
इसके साथ ही परम्पनरागत प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आयोजनों हेतु 5 लाख तक की सहायता का नया प्रावधान किया गया है. ऐसी प्रतियोगिताओं की पहचान विशेषज्ञों की एक समिति करेगी. भारत में प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए 25 लाख रूपये की सहायता मिलेगी. यह भी निर्णय लिया गया है कि वरिष्ठआ खिलाडि़यों और प्रशिक्षकों को 500 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लॉएस से करने की अनुमति होगी. इसी तरह जूनियर खिलाड़ी भी 1200 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लॉ स से कर सकेंगे. सब-जूनियर खिलाडि़यों को भी एसी-3 टायर से यात्रा करने की अनुमति होगी. इससे खिलाडि़यों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सुविधा रहेगी और थकान महसूस नहीं होगी.
उपरोक्त के साथ ही पूर्वोत्तखर क्षेत्र में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों और प्रतियोगिताओं के लिए भी हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी. इसी प्रकार पूर्वोत्तिर क्षेत्र के खिलाडि़यों को भी अपने निवास स्थाहन/प्रशिक्षण शिविर से कोलकाता आने जाने के लिए हवाई यात्रा करने की अनुमति होगी. 5 लाख रूपये की चिकित्सा बीमा पॉलिसी और 25 लाख की व्योक्तिगत दुघर्टना पॉलिसी भी खिलाडि़यों को उपलब्धस कराई जाएगी. साथ ही साथ भारत में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्री य आयोजनों के लिए वित्तीजय सहायता की राशि 10 लाख से बढ़ाकर 30 लाख रूपये प्रति/प्रतियोगिता कर दी गई है. इस सहायता का उपयोग ठहरने, खाने, यातायात, खेल मैदानों के किराये, उपकरणों की लागत, प्रमाणपत्रों, पुरस्कातरों, पुरस्कावर राशि के लिए किया जा सकेगा.
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