शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने 23 नवंबर, 2015 को नई दिल्ली में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का एक ई-कॉमर्स पोर्टल 'ई-लाला' शुरु किया.
ई-कॉमर्स पोर्टल 'ई-लाला' को शुरु करने का उद्देश्य देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे व्यापारियों के हितों को प्रोत्साहित करना है.
ई-कॉमर्स पोर्टल 'ई-लाला' को शुरु करने का उद्देश्य देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे व्यापारियों के हितों को प्रोत्साहित करना है.
ई-कॉमर्स पोर्टल ई-लाला की विशेषताएं
- ई-लाला उन व्यापारियों को अतिरिक्त आमदनी में सहयोग करेगा, जिनके अपने फिजीकल स्टोर हैं, लेकिन ई-कॉमर्स कंपनियों की वजह से उनके कारोबार को चुनौती मिल रही है.
- अभी यह सिटी बेस्डे पोर्टल है, जिसमें स्थानीय विक्रेता को उपभोक्ताओं से जोड़ा जा रहा है.
- ई-लाला, सिटी एवं लोकेशन बेस्ड पोर्टल है, जो बिजनेस-टू-बिजनेस और ट्रेडर्स-टू-कस्टमर्स ट्रांजेक्शन को शहर में प्रमोट करता है.
- यह विक्रेता और ग्राहक के बीच से बिचौलियों को हटाने में मदद करेगा और सामान की कीमत में भी कमी आएगी.
- ई-लाला पहल के तहत डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर छोटे व्यापारी अपने समक्ष ई-कामर्स से पैदा हो रहे वैश्विक खतरे से निपट सकते हैं.
- वर्ष 2014 में 3.4 करोड़ ऑनलाइन शॉपर्स थे, उम्मीद जताई जा रही है कि वर्ष 2016 में इनकी संख्या बढ़ कर 10 करोड़ तक पहुंच जाएगी. वहीं ई-कॉमर्स 2011 में 3600 करोड़ रुपए का था, जो वर्ष 2015 में बढ़कर 53 हजार करोड़ रुपए का हो जाएगा.
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