जैव औषधीय अनुसंधान हेतु राष्ट्रीय संसाधन सुविधा के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी-(22-NOV-2015) C.A

| Sunday, November 22, 2015
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 18 नवम्बर 2015 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की.
इस प्रस्ताव के अंतर्गत जैव औषधीय अनुसंधान के लिए हैदराबाद की जीनोम वैली में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा राष्ट्रीय संसाधन सुविधा (एनएआरएफ) का गठन किया जाना है.
इस परियोजना की कुल लागत 338.58 करोड़ रुपये है और इसके वर्ष 2018-19 तक क्रियाशील होने की संभावना है.
इसके अलावा राज्य सरकार ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को हैदराबाद की जीनोम वैली में जैव औषधीय अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय पशु संसाधन सुविधा बनाने हेतु 102.69 एकड़ भूमि निशुल्क आवंटित की.
जैव औषधीय अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय संसाधन सुविधा की मुख्य विशेषताएं
  • यह संस्थान आधारभूत एवं प्रयुक्त जैव औषधीय अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी तरह का भारत में पहला संस्थान होगा.
  • इस संस्थान को पशुओं जैसे वानर एवं पराउत्पत्तिमूलक एवं जनुकीय तौर पर संशोधित चूहों, जिनका शोध एवं विकास उत्पादों के परीक्षण में प्रयोग किया जाता है, के प्रजनन एवं आवासन की एक विश्व स्तरीय सुविधा के तौर पर विकसित किया जाएगा.
  • इस संस्थान से आधुनिक जैव औषधीय अनुसंधान और शोध को सुसाध्य बनाने के लिए मेडिकल कॉलेजों, अनुसंधान और शैक्षिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों और बायोटेक / बायो-फार्मा कंपनियों को मदद मिलेगी.
  • यह केंद्र जैव औषधीय अनुसंधान के विशिष्ट कार्यक्षेत्रों में कार्मिकों के प्रशिक्षण की सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा.

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