अमेरिका की फार्मा कंपनी फाइजर इंक ने 23 नवंबर 2015 को बोटोक्स निर्माता एलर्गन को खरीदने का निर्णय किया.
इस विलय के बाद 160 अरब डालर मूल्य की दुनिया की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी अस्तित्व में आएगी. इसे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है.
इस सौदे के तहत तकनीकी रूप से डबलिन की एलर्गन अपने से बड़े भागीदार का अधिग्रहण करेगी. इससे न्यूयार्क की कंपनी फाइजर को कर उद्देश्य के लिए अपने आधार को आयरलैंड स्थानांतरित करने में मदद मिलेगी. फाइजर का मार्केट कैप 219 अरब डॉलर का है और ये न्यूयॉर्क की कंपनी है. वहीं एलर्जन का मार्केट कैप 113 अरब डॉलर का है और ये डबलिन की कंपनी है.
विलय करार की मुख्य बातें
- इन दोनों ही कंपनियों के विलय करार के बाद कंपनियों को वर्ष 2018 से 25 अरब डालर से अधिक का नकदी प्राप्त होने की उम्मीद है.
- इस संयुक्त कंपनी के वर्ष 2018 से 25 अरब डालर से अधिक का नकदी प्रवाह सजित करने की उम्मीद है.
- इस विलय से नये उत्पादों के विकास का एक लम्बा नवोन्मेषी सिलसिला बनेगा जिसमें 100 से अधिक मध्यावधि से लेकर दीर्घ अवधि के अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम शामिल हैं.
- एलर्गन के एक शेयर का मूल्य इस समय 363.63 डालर है. इस संयुक्त इकाई का मूल्य अनुमानत: 160 अरब डालर होगा.
- इस सौदे के तहत एलर्गन के शेयरधारकों को उनके एक शेयर पर संयुक्त कंपनी के 11.3 शेयर मिलेंगे. वहीं फाइजर के शेयरधारकों को उनके एक शेयर पर संयुक्त कंपनी का 1 शेयर मिलेगा.
- फाइजर के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी इयान रीड संयुक्त कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे. इसके अलावा एलर्गन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रेंट साउंडर्स नई कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी होंगे.
इस प्रस्तावित गठजोड़ से एक बड़ी वैश्विक कंपनी अस्तित्व में आएगी. यह कंपनी अनुसंधान, खोज में मजबूत होगी और साथ ही दुनिया भर के लोगों को और अधिक दवाओं व इलाज की आपूर्ति कर सकेगी.
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