विश्व के दो तिहाई वन्य जीव 2020 तक समाप्त हो जायेंगे: डब्ल्यूडब्ल्यूएफ रिपोर्ट-(02-NOV-2016) C.A

| Wednesday, November 2, 2016
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा 27 अक्टूबर 2016 को जारी रिपोर्ट के अनुसार विश्व के दो तिहाई वन्य जीव वर्ष 2020 तक विलुप्त हो जायेंगे. 

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की लिविंग प्लेनेट-2016 रिपोर्ट के अनुसार इस प्रजातियों का विलुप्त होना वर्ष 1970 से आरंभ हो गया था. रिपोर्ट के अनुसार 1970 से 2012 के मध्य समुद्री जीवों, पक्षियों, स्तनधारियों, उभयचरों एवं सरीसृपों का 58 प्रतिशत भाग विलुप्त हो चुका है.
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ रिपोर्ट मुख्य बिंदु

•    वर्ष 1970 से 2012 के मध्य स्थलीय जीवों की संख्या में 38 प्रतिशत, मीठे पानी में रहने वाले जीवों की संख्या में 81 प्रतिशत तथा समुद्री जीवों की संख्या में 36 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गयी है. यह आंकड़ा कुल 52 प्रतिशत है.

•    इस अवधि के दौरान, भारत में 41 प्रतिशत स्तनधारी जीव, 46 प्रतिशत सरीसृप, 57 प्रतिशत उभयचर जीव तथा 70 प्रतिशत जलीय जीव विलुप्त होने के कगार पर हैं.

•    आंकड़ों के अनुसार पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 2 प्रतिशत की दर से वन्य प्राणी विलुप्त हो रहे हैं. समुद्री जीव 4 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से विलुप्त हो रहे हैं.

•    रिपोर्ट में इन जीवों के विलुप्त होने का बड़ा कारण इन जीवों के निवास स्थान का ह्रास होना है.

•    वर्ष 2000 तक उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय वनों का 48.5 प्रतिशत भाग मनुष्यों द्वारा अपने उपयोग में लाया जाने लगा था. इन स्थानों पर विश्व के सैंकडों वन्य जीवों का निवास स्थान था. 

•    विश्व जनसंख्या का बेहिसाब बढ़ना भी वन्य जीवों की विलुप्ति का कारण है. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 1900 में विश्व जनसंख्या 1 अरब 60 करोड़ थी जो 2015 तक बढ़कर लगभग 7 अरब 30 करोड़ हो गयी. 

•    जनसंख्या विस्तार के साथ निवास स्थान तथा भोजन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वन्य क्षेत्रों, समुद्री क्षेत्रों तथा प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया गया जिससे वन्य जीव विलुप्त होते चले गये.

विश्व में छठी बार व्यापक विलुप्ति

रिपोर्ट में यह कहा गया है कि पृथ्वी के इतिहास में जीवों का इतनी तेज़ी से विलुप्त होना छठी बार हो रहा है. इससे पूर्व 540 मिलियन वर्षों में प्रागेतिहसिक काल, 1982, 1994 तथा 2011 शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार वन्य जीव अपने औसत दर की तुलना में 1000 गुना तेज़ी से विलुप्त हो रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का 50 प्रतिशत वन्य जीवन विलुप्ति के कगार पर है.

0 comments:

Post a Comment