भारत में पहली बार आयोजित होने वाले नासा के ‘सेप्सवार्ड बाउंड प्रोग्राम 2016’ के लिए लद्दाख का चयन-(02-FEB-2016) C.A

| Tuesday, February 2, 2016
नासा का ‘सेप्सवार्ड बाउंड प्रोग्राम’ वर्ष 2016 के जनवरी माह में तब चर्चा में आया जब इस कार्यक्रम को पहली बार भारत में आयोजित करने का निर्णय किया गया.
भारत में पहली बार आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के लिए जम्मू कश्मीर के शहर लद्दाख को चुना गया है.
भारत के लद्दाख में इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त रूप से नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा), मार्स सोसायटी ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया और बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट    ऑफ़ पैलेयोबोटनी, लखनऊ द्वारा किया जाएगा.

‘सेप्सवार्ड बाउंड प्रोग्राम’ क्या है ?
• सेप्सवार्ड बाउंड प्रोग्राम, वर्ष 2006 में नासा के एमीस रिसर्च सेंटर द्वारा स्थापित किया गया था. 
• यह कार्यक्रम विश्व के एस्ट्रोबायोलोजिस्ट, वैज्ञानिकों और छात्रों को विश्व के उन स्थानों पर अध्ययन करने का मंच प्रदान करता है जहां जीवन बहुत जटिल है.
• यह कार्यक्रम वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद करता है की कैसे सूक्ष्म जीव  कैसे इतने जटिल वातावरण में जीवन यापन करते हैं.
• इससे पूर्व इस कार्यक्रम का आयोजन मोजावे रेगिस्तान, इडाहो, उत्तरी डकोटा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ध्रुवीय क्षेत्रों जैसी जटिल जगहों पर किया जा चुका था.
लद्दाख को चयन क्यों ?

• लद्दाख समुद्रतल से 3500 से 5500 मीटर की उंचाई पर स्थित है. इस ऊँचाई पर यह क्षेत्र यूवी किरणों का भी सामना करता है.
• इस क्षेत्र की शुष्क जलवायु मंगल ग्रह से मिलती जुलती है. 
• यह क्षेत्र कई झीलों, ग्लेशियरों और अन्य भौगोलिक स्थितियों को धारण करता है जो जीवन की उत्त्पति में जानकारी पाने के लिए आवश्यक सिद्ध हो सकते हैं.
• अन्य मुख्य कारण इस क्षेत्र का कम जनसंख्या घनत्व जिससे इसका मूल वातावरण बना हुआ है.
• इसके अतिरिक्त यह क्षेत्र साफ़ मौसम भी प्रदान करता है जो ऐसे अध्ययन के लिए आवश्यक स्थित है.

 यह कार्यक्रम 7 से 20 अगस्त, 2016 को लद्दाख में आयोजित किया जाएगा.

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