पाकिस्तान की संसद 23 फरवरी 2016 को पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर चलने वाली विश्व की पहली संसद बनी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने इस्लामाबाद के संसद भवन में सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. इससे संसद को 62 मेगावाट तथा राष्ट्रीय ग्रिड को 18 मेगावाट बिजली प्रदान की जाएगी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने इस्लामाबाद के संसद भवन में सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. इससे संसद को 62 मेगावाट तथा राष्ट्रीय ग्रिड को 18 मेगावाट बिजली प्रदान की जाएगी.
परियोजना के मुख्य बिंदु
• इस परियोजना की घोषणा वर्ष 2014 में हुई थी.
• इस सुविधा से बिजली पर खर्च होने वाले सालाना 2.8 करोड़ पाकिस्तानी रुपये (267,265 डालर) को बचाने में मदद मिलेगी.
• इस परियोजना के लिए चीन द्वारा 55 मिलियन डॉलर की सहायता राशि जारी की गयी थी. इसका अधिकारिक उद्घाटन वर्ष 2015 में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग की यात्रा के दौरान किया गया.
• इसकी कुल लागत 280.61 मिलियन रुपये आई.
• यह पाकिस्तान में इस प्रकार का पहली परियोजना है.
पाकिस्तान संसद
• इसे मस्जिद-ए-शूरा के नाम से जाना जाता है.
• यह एक द्विसदनीय संघीय विधानमंडल है, इसमें ऊपरी सदन के रूप में सीनेट और नेशनल असेंबली निचला सदन है.
• देश के संविधान के अनुसार, पाकिस्तान के राष्ट्रपति भी संसद का एक घटक हैं.
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