गुवाहाटी में 16 फरवरी 2016 को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) का समापन हुआ. केंद्रीय खेलमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इंदिरा गांधी एथलेटिक्स स्टेडियम में 12 दिन तक चलने वाले इन खेलों की समाप्ति की घोषणा की.
सोनोवाल ने सैग खेलों का झंडा दक्षिण एशियन ओलिंपिक काउंसिल के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को दिया, जिन्होंने इसे 13वें सैग खेलों की आयोजक समिति के चेयरमैन और नेपाल ओलिंपिक समिति के प्रमुख जीवन राम को सौंपा.
भारत ने तीसरी बार इन खेलों की मेजबानी की थी. इससे पहले यह खेल कोलकाता (1987) और मद्रास (1995) में हुए थे.
सोनोवाल ने सैग खेलों का झंडा दक्षिण एशियन ओलिंपिक काउंसिल के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को दिया, जिन्होंने इसे 13वें सैग खेलों की आयोजक समिति के चेयरमैन और नेपाल ओलिंपिक समिति के प्रमुख जीवन राम को सौंपा.
भारत ने तीसरी बार इन खेलों की मेजबानी की थी. इससे पहले यह खेल कोलकाता (1987) और मद्रास (1995) में हुए थे.
12वें दक्षिण एशियाई खेल
• भारतीय एथलीटों ने कुल 308 पदक जीते एवं पदक तालिका में प्रथम स्थान अर्जित किया.
• इनमें 188 स्वर्ण, 99 रजत और 30 कांस्य पदक शामिल हैं.
• श्रीलंका 186 पदक लेकर दूसरे और पाकिस्तान 106 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
• गुवाहाटी और शिलांग की संयुक्त मेजबानी में हुए इन खेलों में आठ दक्षेस देशों ने भाग लिया.
• ढाका में 2010 में हुए पिछले दक्षिण एशियाई खेलों में भारत ने 90 स्वर्ण सहित कुल 175 पदक जीते थे.
• अगले दक्षिण एशियाई खेल नेपाल में आयोजित होंगे. नेपाल ने 1985 में पहले सैग खेलों की मेजबानी की थी और उसने 1999 में भी इन खेलों का आयोजन किया था.
• भारतीय एथलीटों ने कुल 308 पदक जीते एवं पदक तालिका में प्रथम स्थान अर्जित किया.
• इनमें 188 स्वर्ण, 99 रजत और 30 कांस्य पदक शामिल हैं.
• श्रीलंका 186 पदक लेकर दूसरे और पाकिस्तान 106 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
• गुवाहाटी और शिलांग की संयुक्त मेजबानी में हुए इन खेलों में आठ दक्षेस देशों ने भाग लिया.
• ढाका में 2010 में हुए पिछले दक्षिण एशियाई खेलों में भारत ने 90 स्वर्ण सहित कुल 175 पदक जीते थे.
• अगले दक्षिण एशियाई खेल नेपाल में आयोजित होंगे. नेपाल ने 1985 में पहले सैग खेलों की मेजबानी की थी और उसने 1999 में भी इन खेलों का आयोजन किया था.
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