रेल मंत्रालय और स्वीडन के उद्यम व राज्य अभिनव मंत्रालय ने 15 फरवरी 2016 को रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
समझौते का उद्देश्य रेलवे में विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों दक्षता और स्थिरता को बढ़ावा देना, द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के संबंध में ठोस परिणाम प्राप्त करना है.
समझौता ज्ञापन पर रेल मंत्रालय की ओर से इन्फ्रास्ट्रक्चर/ सलाहकार गिरीश पिल्लई और स्वीडिश सरकार की ओर से राज्य सचिव ऑस्कर स्टेन स्टॉर्म ने हस्ताक्षर किए.
समझौता ज्ञापन के प्रमुख बिंदु-
• प्रत्येक देश के लिए रेलवे बेंचमार्क नीति का विकास, नियमितीकरण आदि
• दो देशों के बीच ज्ञान व तकनीकी का आदान प्रदान, तकनीकी विशेषज्ञता, नवाचार, प्रौद्योगिकी, स्थायी समाधान और अनुसंधान का विनिमय.
• सहभागियों के बीच अन्य परियोजनाओं में चलते में ट्रेन/कोच को हिलने से रोकना, गाड़ियों की क्षमता आवंटन (timetabling) यानि कि गाड़ियों का समयानुकूल संचालन, रखरखाव का अनुकूलन, फ्रेट/ संयोजन यातायात को बेहतर बनाना शामिल है.
• रेलवे इंजीनियरों और प्रबंधकों के लिए रेल परिवहन प्रणाली के रखरखाव में सतत शिक्षा कार्यक्रम, प्रशिक्षण और विश्वसनीयता
• समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए जाने की तारीख से 5 वर्ष के लिए लागू रहेगा. दोनों पक्षों की लिखित सहमति से इसको अगले 5 वर्ष की अवधि के लिए आगे भी बढ़ाया जा सकता है.
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