शीर्ष वरीयता प्राप्त किदांबी श्रीकांत ने 31 जनवरी 2016 को उत्तरप्रदेश के लखनऊ के बाबू बनारसीदास इनडोर स्टेडियम में आयोजित सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2016 का पुरुष एकल का खिताब जीत लिया.
इसके अतिरिक्त सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2016 का महिला एकलका खिताब कोरिया की सुंग जी ह्यून ने जापान की सायाका सातो को 12-21, 21-18, 21-18 से हराकर यह खिताब जीता.
श्रीकांत ने चीन के हुआंग यूजियांग को 21-13, 14-21, 21-14 से हराया. श्रीकांत ने पहली बार इस खिताब को जीता है.
पुरस्कार के रूप में श्रीकांत को 120000 यूएस डॉलर की राशी प्रदान की गई.
श्रीकांत लगातार तीसरे वर्ष इस टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला खेल रहे थे और उन्हें तीसरे मौके पर जाकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल हुआ.
इसके अतिरिक्त सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2016 का महिला एकलका खिताब कोरिया की सुंग जी ह्यून ने जापान की सायाका सातो को 12-21, 21-18, 21-18 से हराकर यह खिताब जीता.
श्रीकांत ने चीन के हुआंग यूजियांग को 21-13, 14-21, 21-14 से हराया. श्रीकांत ने पहली बार इस खिताब को जीता है.
पुरस्कार के रूप में श्रीकांत को 120000 यूएस डॉलर की राशी प्रदान की गई.
श्रीकांत लगातार तीसरे वर्ष इस टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला खेल रहे थे और उन्हें तीसरे मौके पर जाकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल हुआ.
पुरुष डबल्स में भारत की ओर से प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रणव चोपड़ा और अक्षय देवालकर की भारतीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में मैच अंक पर होने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा. इस भारतीय जोड़ी को मलेशिया के गोह वी शेम और वी कियोंग टान की जोड़ी ने सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2016 का डबल्स पुरुष का ख़िताब जीता.
जबकि महिला डबल्स में कोरिया की जुंग केयोंग और सीन सेयोंग चान की जोड़ी ने नीदरलैंड्स की इएफजे मूस्केंस और सेलेना पीक की जोड़ी को 21-15, 21-13 से मात देकर खिताब जीता.
जबकि महिला डबल्स में कोरिया की जुंग केयोंग और सीन सेयोंग चान की जोड़ी ने नीदरलैंड्स की इएफजे मूस्केंस और सेलेना पीक की जोड़ी को 21-15, 21-13 से मात देकर खिताब जीता.
सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप के बारे में
• यह टूर्नामेंट राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सैयद मोदी की स्मृति में वर्ष 1991 में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा स्थापित किया गया था.
• वर्ष 2003 तक यह एक राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट था परन्तु वर्ष 2004 के बाद इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के रूप में मान्यता दी गई जिसके बाद से इसमें विदेशी खिलाड़ी भी भागे लेने लगे.
• यह टूर्नामेंट राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सैयद मोदी की स्मृति में वर्ष 1991 में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा स्थापित किया गया था.
• वर्ष 2003 तक यह एक राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट था परन्तु वर्ष 2004 के बाद इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के रूप में मान्यता दी गई जिसके बाद से इसमें विदेशी खिलाड़ी भी भागे लेने लगे.
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