’’ इस परियोजना को झाबुआ पावर लिमिटेड (जेपीएल) ने विकसित किया है जो अवंता पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एपीआईएल) की अनुषंगी कंपनी है. एपीआईएल की यह दूसरी परियोजना है.
इससे पहले भेल ने एपीआईएल की छत्तीसगढ़ में रायपुर स्थित 600 मेगावाट क्षमता की परियोजना को टीपीपी ने चालू किया था. इसके अलावा मध्यप्रदेश के गाडरवारा में एनटीपीसी के लिए 800 मेगावाट की परियोजना भेल द्वारा क्रियान्वित की जा रही हैं. जिनमें दो सुपरक्रिटिकल इकाइयां है.
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल)
• यह 1964 में स्थापित की गयी और पूरी तरह से केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है.
• 2013 में इसे महारत्न कंपनी का दर्जा प्रदान किया गया.
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल)
• यह 1964 में स्थापित की गयी और पूरी तरह से केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है.
• 2013 में इसे महारत्न कंपनी का दर्जा प्रदान किया गया.
• यह भारत में अपनी तरह की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनी है.
• यह कम्पनी अनुबंध की परिकल्पना की डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति, निर्माण और भाप टरबाइन, जनरेटर और बायलर कमीशन के क्षेत्र में काम की करती है. इसके अलावा इलेक्ट्रिकल्स, नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन और इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर्स एसोसिएटेड कम्पनियाँ है.
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