इस खोज को 2 मई 2016 के जर्नल नेचर में प्रकाशित किया गया.
बेल्जियम में लीज विश्वविद्यालय के खगोलविदों के माइकल जिल्लों ने टीम के नेतृत्व में टीम ने ट्रेपिस्ट दूरबीन का इस्तेमाल करके अल्ट्रा कूल ड्वार्फ तारा 2MASS J23062928-0502285,की खोज की. दूरबीन को ट्रेपिस्ट-1 के रूप में भी जाना जाता है.
खोज में खगोलविदों ने पाया कि कम चमकने वाला और शांत तारा नियमित अंतराल पर आंशिक रूप से चमक रहा है. साथ ही तारे और पृथ्वी के बीच से गुजर रही अनेकों वस्तुओं को प्रतिबिंबित कर रहा है.
इसके विस्तृत विश्लेषण करने पर पता चला कि तीनों ग्रह उस तारे के चारों ओर मौजूद हैं.
एक अल्ट्रा कूल ड्वार्फ तारा-ट्रेपिस्ट -1
• यह अधिक ठंडा और सूर्य से लाल और बृहस्पति गृह से थोडा बड़ा है.
• बड़ी दूरबीन के साथ शौकिया या नग्न आंखों से देखने पर यह तारा पृथ्वी के अत्यंत करीब होने के बावजूद मंद प्रकाश वाला और अधिक लाल दिखाई देता है.
एक अल्ट्रा कूल ड्वार्फ तारा-ट्रेपिस्ट -1
• यह अधिक ठंडा और सूर्य से लाल और बृहस्पति गृह से थोडा बड़ा है.
• बड़ी दूरबीन के साथ शौकिया या नग्न आंखों से देखने पर यह तारा पृथ्वी के अत्यंत करीब होने के बावजूद मंद प्रकाश वाला और अधिक लाल दिखाई देता है.
• यह कुंभ (जल कैरियर) के नक्षत्र में निहित है.
• चिली में अपेक्षाकृत बड़े दूरबीन हॉक-I, के यन्त्र ईएसओ के 8 मीटर के साथ क्रासिंग जाँच में तीनों ग्रह पृथ्वी के समान आकार के दिखाई देते हैं.
• इनमे से दो ग्रहों की क्रमश: 1.5 और 2.4 दिन की कक्षीय अवधि है, और तीसरे ग्रह की 4.5 से 73 दिनों की कक्षीय अवधि है.
हालांकि तीन ग्रह अपनी कक्षाओं में एक दूसरे के सन्निकट पाए गए, भीतरी दो ग्रहों ने पृथ्वी द्वारा ग्रहण विकिरण की मात्रा क्रमशः चार बार और दो बार ग्रहण की.
तीसरे बाहरी ग्रह की कक्षा में अभी तक अच्छी तरह से ज्ञात नहीं है. संभवतया यह पृथ्वी की तुलना में कम विकिरण प्राप्त करता है. यह भी हो सकता है कि यह अभी भी पर्याप्त आवासीय क्षेत्र के भीतर हो.
• चिली में अपेक्षाकृत बड़े दूरबीन हॉक-I, के यन्त्र ईएसओ के 8 मीटर के साथ क्रासिंग जाँच में तीनों ग्रह पृथ्वी के समान आकार के दिखाई देते हैं.
• इनमे से दो ग्रहों की क्रमश: 1.5 और 2.4 दिन की कक्षीय अवधि है, और तीसरे ग्रह की 4.5 से 73 दिनों की कक्षीय अवधि है.
हालांकि तीन ग्रह अपनी कक्षाओं में एक दूसरे के सन्निकट पाए गए, भीतरी दो ग्रहों ने पृथ्वी द्वारा ग्रहण विकिरण की मात्रा क्रमशः चार बार और दो बार ग्रहण की.
तीसरे बाहरी ग्रह की कक्षा में अभी तक अच्छी तरह से ज्ञात नहीं है. संभवतया यह पृथ्वी की तुलना में कम विकिरण प्राप्त करता है. यह भी हो सकता है कि यह अभी भी पर्याप्त आवासीय क्षेत्र के भीतर हो.
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