उन्नत किस्म के इस ओपीवी का गोवा के राज्यपाल ने लोकार्पण किया. समुद्री परीक्षण के बाद मृदुला सिन्हा ने तटरक्षक बल को समर्पित किया. आईसीजीएस शौर्य 2017 के आरम्भ में ही अपनी सेवाएँ प्रदान करना आरम्भ कर देगा.
भारतीय तटरक्षक बल के जहाज शौर्य के बारे में-
• यह पोत 23 समुद्री मील की गति से दौड़ करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 6000 समुद्री मील तक है.
• इसे एकीकृत मशीनरी नियंत्रण प्रणाली और एकीकृत पुल प्रणाली की तरह राज्य के अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित किया जाएगा.
• नई पीढ़ी के इस ओपीवी में दो डीजल इंजन संचालित है.
• यह पोत पार्टी संचालन हेतु बोर्डिंग के लिए चार नावों को एक साथ लेकर जा सकता है.
• इसमे 30 मिमी की बंदूक और दो 12.7 मिमी की बंदूक अग्नि नियंत्रण प्रणाली के साथ सचालित हैं.
• देश में ही डिजाइन किया गया यह जहाज खोज और बचाव अभियान, प्रदूषण नियंत्रण और बाहरी अग्निशमन में सक्षम है.
• इसे सागर निगरानी के लिए और संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा.
जीएसएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शेखर मित्तल के अनुसार सभी छह जहाज 2017 तक तटरक्षक बल को समर्पित कर दिया जाएगा.
• यह पोत 23 समुद्री मील की गति से दौड़ करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 6000 समुद्री मील तक है.
• इसे एकीकृत मशीनरी नियंत्रण प्रणाली और एकीकृत पुल प्रणाली की तरह राज्य के अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित किया जाएगा.
• नई पीढ़ी के इस ओपीवी में दो डीजल इंजन संचालित है.
• यह पोत पार्टी संचालन हेतु बोर्डिंग के लिए चार नावों को एक साथ लेकर जा सकता है.
• इसमे 30 मिमी की बंदूक और दो 12.7 मिमी की बंदूक अग्नि नियंत्रण प्रणाली के साथ सचालित हैं.
• देश में ही डिजाइन किया गया यह जहाज खोज और बचाव अभियान, प्रदूषण नियंत्रण और बाहरी अग्निशमन में सक्षम है.
• इसे सागर निगरानी के लिए और संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा.
जीएसएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शेखर मित्तल के अनुसार सभी छह जहाज 2017 तक तटरक्षक बल को समर्पित कर दिया जाएगा.
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