इसका कारण है भारत में जारी आर्थिक सुधार जिससे दोनों देशों के बीच एफडीआई का अंतराल कम हो रहा है.
नोमुरा रिपोर्ट के मुख्य बिंदु:
• भारत में एफडीआइ प्रवाह 2016 में चीन के मुकाबले बढ़ जाएगा क्योंकि भारत में इलेक्ट्रानिक्स, सौर ऊर्जा, वाहन, रक्षा एवं रेलवे जैसे क्षेत्रों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों से बड़ी निवेश प्रतिबद्धता मिली है.
• भारत में 2015 में जीडीपी में एफडीआई प्रवाह का प्रतिसत 2.1 प्रतिशत रहा जो 2014 के दौरान 1.7 प्रतिशत था. इसके उलट चीन में एफडीआई का सकल घरेलु उत्पाद का हिस्सा 2.3 प्रतिशत था.
नोमुरा ग्रुप के बारे में:
नोमुरा एक एशिया आधारित वित्तीय सेवा समूह है. यह एक एकीकृत वैश्विक नेटवर्क है जो 30 से अधिक देशों में फैला हुआ है.
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