अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर प्रतिबंधों की घोषणा की-(03-AUG-2017) C.A

| Thursday, August 3, 2017
अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है. अमेरिका ने निकोलस मादुरो को तानाशाह भी बताया है. अमेरिका ने यह कदम वेनेजुएला में विपक्षी नेताओं पर खतरे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा हालिया चुनावों को अवैध घोषित करने के संदर्भ में उठाया.
अमेरिका ने ऐसा चौथी बार किया है जब किसी देश के मौजूदा प्रमुख पर प्रतिबंध लगाया है. प्रतिबंधों की घोषणा अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्टीवन ने की. अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्टीवन के अनुसार अवैध चुनावों से इस बात की पुष्टि हुई है कि मादुरो एक तानाशाह हैं. वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर प्रतिबंध लगाकर अमेरिका ने साफ किया है कि वह उनके शासन की नीतियों के खिलाफ है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अनुसार ट्रंप प्रशासन ने मादुरो सरकार को वेनेजुएला के संविधान और संवैधानिक नैशनल असेंबली के अधिकारों का सम्मान करने की सलाह दी थी. जिसे निकोलस मादुरो द्वारा अनसुना किया गया.
पृष्ठभूमि-
वेनेजुएला में नया संविधान लिखने और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को वस्तुत: असीमित शक्तियां प्रदान करने वाला विवादित चुनाव संपन्न कराया गया. अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने इस चुनाव को अवैध करार दिया.
वेनेजुएला में इस चुनाव के विरोध में पिछले चार महीनों के दौरान आम जनता द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शनों पर हुई कार्रवाई में 120 लोगों की मृत्यु हुई है.
राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की जीत-
राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने 41.5 प्रतिशत के अधिकारिक मतदान का हवाला देते हुए 27 जुलाई 2017 को हुए चुनाव में जीत का दावा भी कर दिया.
वामपंथी नेता ने नई संविधान सभा को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित किया कि वह कानूनी कार्रवाई से विपक्षी सांसदों को मिली छूट को खत्म करने हेतु अपनी व्यापक शक्तियों का इस्तेमाल करेंगे.
27 जुलाई 2017 को हुई हिंसा में 14 लोग मारे गए और लगभग 400 लोग घायल हुए हैं.
राष्ट्रीय चुनाव परिषद के अनुसार अशांति और विपक्ष के बहिष्कार के बाद भी चुनाव में 80 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने मतदान किया. राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने क्रांति के 18 साल के इतिहास में इसे सबसे बड़ा घोषित किया.

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