भारत सरकार द्वारा विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ एनर्जी एफिसिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के माध्यम से आंध्र प्रदेश से ग्रामीण एलईडी स्ट्रीट लाइटिंग परियोजना आरंभ की जा रही है.
आंध्र प्रदेश के सात जिलों की ग्राम पंचायतों में 10 लाख परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी लाइट लगाई जाएगी. यह भारत सरकार की स्ट्रीट लाइटिंग राष्ट्रीय परियोजना (एसएलएनपी) के तहत देश में ग्रामीण एलईडी
स्ट्रीट लाइटिंग से जुड़ी पहली परियोजना है.
आंध्र प्रदेश के सात जिलों की ग्राम पंचायतों में 10 लाख परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी लाइट लगाई जाएगी. यह भारत सरकार की स्ट्रीट लाइटिंग राष्ट्रीय परियोजना (एसएलएनपी) के तहत देश में ग्रामीण एलईडी
स्ट्रीट लाइटिंग से जुड़ी पहली परियोजना है.
ग्रामीण एलईडी स्ट्रीट लाइटिंग परियोजना
• ग्रामीण क्षेत्रों में लकड़ी एवं कोयला बतौर ईंधन इस्तेमाल करने से कार्बन डाई ऑक्साइड अधिक उत्सर्जित होता है. इस अभियान से 12 करोड़ टन कार्बन डाई ऑक्साईड (सीओ2) की रोकथाम संभव हो पायेगी.
• इस बदलाव अभियान से ग्राम पंचायतों को हर साल कुल मिलाकर लगभग 147 मिलियन यूनिट बिजली की बचत करने में मदद मिलेगी.
• प्रथम चरण में गुंटूर, प्रकाशम, नेल्लोर, कुरनूल, कडप्पा, अनंतपुर और चित्तूर जिलों की ग्राम पंचायतों में यह बदलाव सुनिश्चित किया जायेगा.
• इस परियोजना पर आने वाली कुल लागत का वित्त पोषण एक फ्रांसीसी विकास एजेंसी द्वारा किया जायेगा.
• इस परियोजना के तहत ईईएसएल अगले 10 वर्षों तक इन ग्राम पंचायतों में समस्ता वार्षिक रख-रखाव और वारंटी प्रतिस्थापन का कार्य करेगी.
• गौरतलब है कि पूरे भारत में 21 राज्यों में 23 लाख से भी अधिक परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाई जा चुकी हैं.
• ग्रामीण क्षेत्रों में लकड़ी एवं कोयला बतौर ईंधन इस्तेमाल करने से कार्बन डाई ऑक्साइड अधिक उत्सर्जित होता है. इस अभियान से 12 करोड़ टन कार्बन डाई ऑक्साईड (सीओ2) की रोकथाम संभव हो पायेगी.
• इस बदलाव अभियान से ग्राम पंचायतों को हर साल कुल मिलाकर लगभग 147 मिलियन यूनिट बिजली की बचत करने में मदद मिलेगी.
• प्रथम चरण में गुंटूर, प्रकाशम, नेल्लोर, कुरनूल, कडप्पा, अनंतपुर और चित्तूर जिलों की ग्राम पंचायतों में यह बदलाव सुनिश्चित किया जायेगा.
• इस परियोजना पर आने वाली कुल लागत का वित्त पोषण एक फ्रांसीसी विकास एजेंसी द्वारा किया जायेगा.
• इस परियोजना के तहत ईईएसएल अगले 10 वर्षों तक इन ग्राम पंचायतों में समस्ता वार्षिक रख-रखाव और वारंटी प्रतिस्थापन का कार्य करेगी.
• गौरतलब है कि पूरे भारत में 21 राज्यों में 23 लाख से भी अधिक परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाई जा चुकी हैं.
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