अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 01 जून 2017 को अमेरिका को ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से अलग करने की घोषणा की. डोनाल्ड ट्रंप ने समझौते के प्रावधानों पर संदेह उठाते हुए कहा कि इस समझौते में भारत और चीन के लिए सख्त प्रावधान नहीं किए गए.
डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और चीन के बारे बोलते हुए कहा कि ये दोनों देश प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों से अमेरिका ने खुद को पृथक कर लिया.
डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और चीन के बारे बोलते हुए कहा कि ये दोनों देश प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों से अमेरिका ने खुद को पृथक कर लिया.
मुख्य बिंदु
• डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मैं एक ऐसा समझौता करना चाहूंगा जो अमरीका के औद्योगिक हितों की रक्षा करे और लोगों की नौकरियां बचाता हो.
• अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पेरिस समझौता चीन और भारत को लाभ पहुंचा रहा है. यह समझौता अमेरिका की संपदा को दूसरे देशों को दे रहा है इसलिए इससे अलग होना अमेरिका की हित में है.
• डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा कि मैं पेरिस का प्रतिनिधित्व करने के लिए नहीं चुना गया बल्कि पीट्सबर्ग के नागरिकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया हूं.
• गौरतलब है कि ट्रंप ने चुनावी प्रचार के दौरान अमेरिका को जलवायु परिवर्तन समझौते से अलग करने का वादा किया था.
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण के लिए हानिकारक उत्सर्जित हो रही गैसों का उत्सर्जन कम कर विश्व के बढ़ते तापमान को रोकना था. वैश्विक तापमान को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना और यह प्रयास करना कि यह 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक न बढ़े, इस समझौते का उद्देश्य है.
• डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मैं एक ऐसा समझौता करना चाहूंगा जो अमरीका के औद्योगिक हितों की रक्षा करे और लोगों की नौकरियां बचाता हो.
• अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पेरिस समझौता चीन और भारत को लाभ पहुंचा रहा है. यह समझौता अमेरिका की संपदा को दूसरे देशों को दे रहा है इसलिए इससे अलग होना अमेरिका की हित में है.
• डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा कि मैं पेरिस का प्रतिनिधित्व करने के लिए नहीं चुना गया बल्कि पीट्सबर्ग के नागरिकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया हूं.
• गौरतलब है कि ट्रंप ने चुनावी प्रचार के दौरान अमेरिका को जलवायु परिवर्तन समझौते से अलग करने का वादा किया था.
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण के लिए हानिकारक उत्सर्जित हो रही गैसों का उत्सर्जन कम कर विश्व के बढ़ते तापमान को रोकना था. वैश्विक तापमान को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना और यह प्रयास करना कि यह 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक न बढ़े, इस समझौते का उद्देश्य है.
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