केन्द्रीय हिंदी सेवा संस्थान की ओर से राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कुलपति डॉ. छीपा को सरदार वल्लभ भाई पटेल पुरस्कार से सम्मानित किया. पुरस्कार के रूप में डॉ. बी.आर. छीपा को पांच लाख रुपये एवं प्रशस्ति पत्र राष्ट्रपति ने प्रदान किया.
डॉ. छीपा को यह सम्मान कृषि शिक्षा, शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में वैज्ञानिक शब्दावली से युक्त अंग्रेजी शब्दों की जगह हिन्दी शब्दों के चलन को बढ़ावा देने और हिन्दी के जन-जन तक प्रचार-प्रसार के लिए प्रदान किया गया.
डॉ. बी.आर. छीपा के बारे में-
- डॉ. छीपा हिन्दी प्रेमी है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए काम करते रहते हैं.
- डॉ. बी.आर. छीपा देश के ऎसे अकेले कृषि वैज्ञानिक हैं जिन्होंने किसानों के मध्य हिन्दी और उसकी स्थानीय बोलचाल की भाषा में कृषि से जुड़े अंग्रेजी के जटिल शब्दों के शोध को सरल बनाकर हिन्दी साहित्य में प्रकाशित किया.
- डॉ. छीपा अजमेर के डॉ. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में भी कुलपति रह चुके हैं.
- डॉ. बी.आर. छीपा को इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कार व सम्मान प्रदान किए जा चुके हैं.
सरल स्वभाव और मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी डॉ. बी.आर. छीपा को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने पर देश के कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह एवं राजस्थान के कृषि मंत्री मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी कृषि वैज्ञानिकों ने बधाई दी.
डॉ. छीपा के अनुसार हिन्दी हमारी राजभाषा है एवं राष्ट्र भाषा हिन्दी के लिए देश के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों सम्मानित होना मेरे लिए गौरव की बात है
डॉ. छीपा के अनुसार हिन्दी हमारी राजभाषा है एवं राष्ट्र भाषा हिन्दी के लिए देश के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों सम्मानित होना मेरे लिए गौरव की बात है
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