रेल मंत्रालय और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने 26 जुलाई 2016 को हरित औद्योगिक इकाइयों हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
हरित पहल का मूल्यांकन करने और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ प्रक्रियाओं को चला रही भारतीय रेलवे की औद्योगिक इकाइयों के कार्य प्रदर्शन का मूल्यांकन करने हेतु यह समझौता (एमओयू) किया गया है.
हरित पहल का मूल्यांकन करने और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ प्रक्रियाओं को चला रही भारतीय रेलवे की औद्योगिक इकाइयों के कार्य प्रदर्शन का मूल्यांकन करने हेतु यह समझौता (एमओयू) किया गया है.
स्वच्छता रैंकिंग हेतु प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्री प्रतिक्रिया सर्वेक्षण पर अंतिम रिपोर्ट" का ई-विमोचन किया गया.
रेल मंत्रालय की ओर से श्रीमती कल्याणी चड्ढा, ईडीएमई (डब्ल्यू) तथा सीआईआई की ओर से उप महानिदेशक एस रघुपति ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
रेलवे एक पर्यावरण अनुकूल परिवहन है और भारतीय रेल द्वारा बहु आयामी हरित पहलों को चलाया जा रहा है.
इन पहलों में ऊर्जा की खपत में नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा, जल लेखा परीक्षा सहित बेहतर जल प्रबंधन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शामिल हैं.
इन पहलों में ऊर्जा की खपत में नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा, जल लेखा परीक्षा सहित बेहतर जल प्रबंधन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शामिल हैं.
समझौता के बारे में-
- सीआईआई के सहयोग से रेलवे वैश्विक मानकों के सापेक्ष अपनी हरित पहलों का मूल्यांकन करने में सक्षम होगी.
- भारतीय रेल सरकार की हर पहल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
- अभी हाल में दक्षिण रेलवे के मनमदुरै - रामेश्वरम खंड को पहला हरित सेक्सन घोषित किया गया है.
- भारतीय रेलवे ने अभी तक 40,000 से अधिक जैव शौचालयों की व्यवस्था की है.
- इस वर्ष के दौरान 30,000 अन्य जैव शौचालयों को जोड़ा जाना प्रस्तावित है.
- रेलवे को देश के लगभग सभी भागों में अपनी उत्पादन इकाइयां हैं उन्हें सौर ऊर्जा, ऊर्जा लेखा परीक्षा, जल संचयन जैसे कुछ पर्यावरण के अनुकूल उपायों को सुनिश्चित करने का लक्ष्य है.
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